Page 69 - lokhastakshar
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               क7 वकालत क साथ साथ उसम जोश और जुनून पैदा         खैयाम क7 19 अ*ैल 1949  मौत हो गई। बSच क7 मौत
                                                                  े

                                     ,
                                                5

                    े
               करन  वाली नºम  -औरत “मुशायर- म मौजूद औरत-        स शौकत आज़मी को गहरा सदमा लगा।
                              ”
                 े
                                                          ु
               क साथ साथ मदo Vारा भी सराह" जाती। नºम क7 कछ      18 िसत6बर 1951 को शबाना आज़मी का ज2म हुआ |

                                                                                             ै
                                                                             े
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               पं?^याँ इस तरह ह                                 घर  खुिशयाँ स आबाद हो गया। कफ़7 आज़मी को भी
                                                                                                     5
                                                                             े
                                                                                        ”
                                                                                         –
                                5
                ”           गोशे गोशे म सुलगती ह िचता तेर िलय    एस ड" बम न क साथ #फUम  बुज#दल “म दो गीत
                                                 े
                                                     े
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                         फ़ज़  का भेष बदलती ह फज़ा तेर  िलय        िलखन का मौका िमला।1951 म  पहला गीत उ2ह-न    े
                                                                                                            े
                                                                     े
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                         कहर ह तेर" हर इक नरम अदा तेर िलय  े    अपन इqटा क साथी और लोक?*य गीतकार शैले2L क

                                                                                            े
                                                                                                े
                                                                                      ”
                                                      े
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                        जहर ह" जहर ह दुिनया क7 हवा तेर िलय      साथ िमलकर गीत िलखा –     रोत रोत गुजर गई रात
                                                                 े
                                           Ð
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                       eत बदल डाल अगर फलना  फलना ह तुझ          र“।  यह  गीत  तो  #हट  हुआ  ले#कन  #फUम  Pलॉप  हो
                                                                                       5
                                                                     ”
                                  े
                                                    े
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                   उठ मेर" जान मेर साथ ह" चलना ह तुझ“           गयी।   उÀावना “प?<का म *कािशत शबाना आज़मी
                                                                       े
                                                                               -
                                                                 े
                                                                                                        े
                                                                                         5
                                                                न अपन सं
मरण  अbबा “म #दल को गुदगुदान वाला
                                                                              ”
                लंबी  कद-काठl ,जोशीली-रोबीली  आवाज़  और

                                                                                                   ू
                                                                                                        5
                                                                                 Q
                                                                                  Ð
                                                                                 ”
                        Ð
                                        े
               *गितवाद"  जनवाद" शायर" क कारण वह मुशायर- क7      #क
सा बयां #कया ह  ,वीन मेर" हाई 
कल “म बSच  े
                                                                                                  े
                                                                                                े

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                                                       5
                                      5
               शान  बन  गए।  मुशायर  म  मौजूद  Xोताओं  म  इक    का दा9खला तभी हो सकता था जब बSच क माँ  -बाप भी
                                                                                          े
                                                                            े
                                                                               ,
                                                                अंेजी  जानत  ह-   ,य-#क  मेर  माँ -बाप  अंेजी  नह"ं
                                       Õ
               नवयुवती  शौकत खानम पर   औरत ‘नºम का जादू

                                                                                                े
                                                                                           े
                                                                                         े
                                                                        े
                                                                                  े
                                                                     े
                                                                जानत थ इसिलए मेर दा9खल क िलय मशहूर शायर
                                ै
                                                        ु
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                                     5
               ऐसा चला #क वह कफ़7 म अपन सपन- का राजकमार
                                                                सरदार जाफर" क7 बीबी सुUताना जाफर" मेर" माँ बनी
                                                  े
                                         े
                      े
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                              ै
               तलाशन  लगी।  कफ़7  भी  उनस  िमलन  क  बाद  उनक
                                                                           े
                                                                और अbबा क एक दो
त मुनीश नारायण स,सेना न     े
                                                         5
                         े
                      े
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                    े
               सपन दखन लग।  िशया  सु2नी क7 द"वार बीच म आ
                                                                   े
                                                                मेर अbबा का रोल #कया“
                                  े

               गई।  औरत “नºम न  शौकत खानम को हौसला #दया
                   ”
                                                                                                      5
                                                                        ै
                                                                          कफ़7 साहब नेतकर"बन 85  #फUम- म लगभग
                                                       े
                          े
                                                  े
                 जदोज़¿द क बाद सार" द"वार- को तोड़त हुए दश क7
                                                                                              ै
                                                                                                    ै
                                                                             े
                                                                250  गीत  िलख।  यह  बात  द"गर  ह  क7  कफ़7  बतौर
                           ु

                        े
                                        े
               आज़ाद"  स  कछ  साह  पहल  शौकत  खानम ,शौकत
                                                                गीतकार  शैले2L,मज_ह  और  सा#हर  क7  तरह  Gयादा
                                            े
               आज़मी बन गई। शौकत आज़मी न अपनी आFमकथा-             गीत  नह"ं  िलख  सक  ले#कन  9जतन  गीत  िलख  व  े
                                                                                 े
                                                                                               े
                                                                                                         े
                                 5

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                                                                               Q
                                                                                         5
                                                                      े
                                         ”
               ”याद क7 रहगुज़र “म िलखा  ह  -कफ़7 क7 नºम सुनन  े   का?बल  तार"फ  ह।  1959  म  *दिश त  गुeदत  क7
                                                  5
                          े
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                                ,
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                                                                                                 े
               क  बाद  मQन  सोचा   औरत  क  बार  म  इस  तरह      कालजयी  ,लािसक  #फUम   कागज  क  फल  “?वZ
                                                                                       ”
                                                                                            ै
                                                     ै
               सोचनेवाला  श स  ह"  मेरा  शौहरहो  सकता  ह  |पुरान  े  िसनेमा क7 धरोहर मानी जाती ह। गुeदd क7 #फUम
                                                                         े
                                                                                  े
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                याल क आदमी क मेरा गुजारा नह"ं हो सकता |कफ़7      ”qयासा “क िनमा ण क दौरान एस ड" बम न और सा#हर
                                                      “
                                                                            ै
                                                                  5
                                                                                        े

                                                                                               े
                                                                  ”
                                े
                                             ”
               ,कमयुिन
ट  पाट”  क  उदू   साा#हक   कौमी  जंग  “स  े  म  शbद बड़ा ह या धुन “को लकर गहर मतभेद हो गए।
                                                                                                    े

                                                                                                     ”
                                                   े
                                                 े
                                      े
               जुड़कर समाजवाद" फलसफ और भाईचार क पैगाम को         दोन- क7 कामयाब जोड़" टूट गयी। गुeदd न  कागज
                                                                 े
                                                                    ू
                                                                                       े
                                                                                                      े
                                                                         5

                               े
                                 े
                        े
               हर #दल स जोड़ रह थ।                               क फल “म एस ड" बम न क साथ गीतकार क _प म      5
                                                                 ै
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                   Ð
               कफ़7  शौकत क यहाँ 26  अ*ैल 1948   पहली संतान      कफ़7 आज़मी और शैले2L को अनुबंिधत #कया। इस
                                                                                                           Ð
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                                                                          ै
                                                                                     े
                                                                #फUम क कफ़7 आज़मी क दो गीत बेहद मकबूल हुए
               पैदा  हुई  9जसका  नाम  रखा  गया   खैयाम।  आिथ क
                                           –
                                                                                                   े
                                                                                   ँ
                                                                       े
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                                 े
                                                 े
                                   े
               9
थित बेहतर न होन क कारण ट" बी स िसत बSच    े   ”वÁत न #कया ,या हसी िसतम “और  दखी  ज़मान     े
               मई – जुलाई                             69                                                                   लोक ह
ता र
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