Page 64 - lokhastakshar
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मोहक और अनुकरणीय ह। सा?व<ी बाई फले समानताएं दखीं। हवाई या<ा और इटरनेट का
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दश क7 पहली म#हला अrयापक एवं नार" मु?^ ईजाद होने से पहले Gयोितराव फले सामा9जक
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आंदोलन क7 पहली नेता बनी। ?वधवाओं व उOार क7 *#)या क अrययन क िलए उस दश
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अनाथ बSच- क7 का_9णक दशा को दखते हुए म5 मानिसक _प से पहुंच गए थ, जो #क उनक7
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18 जनवर" 1853 को उ2ह-ने गभ वतीए अपनी भूिम से सुदूर 9
थत था।
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बलाFकार पी9़डत- क िलए बाल हFया *ितबंधक फले द6पित ने अपना तमाम जीवन उSच वग
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गृह क7
थापना क7। सा?व<ी बाई फले ने क अछत- क *ित िनरकशंता क 9खलाफ संघष
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आFम हFया करन जाती हुई एक ?वधवा को सम?प त कर #दया। 28 नव6बर 1890 को
ा¦ण म#हला काशी बाई क7 अपने घर म5 महाFमा फले क7 मृFयु हो गई। ले#कन एक
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#डलीवर" करवा उसक बSच यशवंत को अपन आइकन क _प म5 व आज भी वंिचत- क
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दdक पृ< क _प म5 गोद िलया और उसे पाल मसीहा क _प म5 जाने जाते ह। फले जी क7
पोष कर डा,टर बनाया।
मृित म5 उनको शत ् .शत ् नमन
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िन6न जाितय- को ा¦ण- क चुगंल से मु^ - गुरब श म-गा
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करवाने क िलए महाFमा फले ने 1873 म - म.न. 1118, से,टर 19, हुडा, िसरसा ह8रयाणा मो.
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;सFय शोधक समाजष ् क7
थापना क7। 99966-86988
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समाज सुधारक Gयोितबा फले ने 1873 म5
जाित {यव
था क7 अFयंत तीखी आलोचना
*कािशत क7 थी। “गुलामिगर"” शीष क से यह
#कताब मराठl म5 िलखी गई थी, #फर भी
#कताब म5 यह बात अंेजी म5 िलखी थी #क
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यह #क2ह सम?प त ह। इसम5 िलखा था,
“अमे8रक7 लोग- को सम?प त, 9ज2होन5 दासता
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क उ2मूलन क िलए उदाd, िनः
वाथ और
आFमFयाग #कया” अम8रका म5 दासता क
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उ2मूलन का फले Vारा उUलेख करना जाितगत
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भेदभाव को खFम करन क उनक खुद क
जीवन भर क संघष म एक *ेरक उदाहरण
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बना। फले खुद कभी भारत से बाहर नह"ं गए,
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ले#कन उनक महान उdरािधकार" भीमराव
आंबेडकर गए थ। फल क7 तरह उ2ह-न5 भी
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अZेतीं क साथ अमे8रका म5 और भारत म
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दिलत- क साथ होने वाले {यवहार म5
मई – जुलाई 64 लोक ह
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