Page 190 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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िलया। अगला कदम था अपने सीखे ह ए िस ांत को असली जीवन म  आज़माकर देखना। यहाँ पर

                यादातर लोग  क जाते ह । तीन साल  तक, जब म  ज़ेरो स क े  िलए काम कर रहा था, म  अपने
               ख़ाली समय म  फ़ोर लोज़स  को ख़रीदने क  कला म  पारंगत होने क  कोिशश करता रहा। म ने
               उस फ़ॉमू ले से कई करोड़ डॉलर बनाए ह  परंतु आज यह बह त धीमा फ़ॉमू ला है और िफर भी बह त
               से लोग इसका  योग कर रहे ह ।

                     एक बार म  उस फ़ॉमू ले का िवशेष  बन गया, तो म  दूसरे फ़ॉमू ल  क  खोज करने लगा।
               कई क ाओं म  मुझे कोई नई जानकारी सीधे  प म  नह  िमली, परंतु म ने हमेशा क ु छ न क ु छ
               नया ज र सीखा।

                     म ने ऐसी बह त सी क ाओं म  भाग िलया है, जो क े वल डे रवेिट  सौदेबाज़ो क े  िलए

               आयोिजत क  गई थ  और व तुओं क े  भान सौदेबाज़ो क े  िलए तथा अराजकतावािदय  क े  िलए
               आयोिजत क ाओं म  भी म  गया ह ँ। म  अपने दायरे से पूरी तरह बाहर पह ँच गया था और एक ऐसे
               कमरे म  था जहाँ परमाणु भौितक  और  पेस साइंस क े  िवशेष   क  भीड़ थी। परंतु म ने वहाँ बह त
               क ु छ सीखा िजससे मेरा  टॉक और  रयल ए टेट िनवेश  यादा अथ पूण  और फ़ायदेमंद बन गया।

                      यादातर जूिनयर कॉलेज  और सामुदाियक कॉलेज  म  फ़ायन िशयल  लािनंग या पारंप रक
               िनवेश को ख़रीदने क े  तरीक़ो पर क ाएँ आयोिजत क  जाती ह । शु आत करने क े  िलए यह
               बह त अ छी जगह ह ।


                     तो म  हमेशा एक  यादा तेज़ फ़ॉमू ले क  खोज करता रहता ह ँ। इसी कारण िनयिमत  प से
               म  एक िदन म  िजतना कमा लेता ह ँ उतना कमाने म  कई लोग  को पूरी िजंदगी लग जाएगी।

                     एक और बात। आज क  तेज़ी से बदल रही दुिनया म , आप िकतना जानते ह  यह  यादा
               मह वपूण  नह  रह गया है  य िक  ाय: आज आप िजतना जानते ह  वह पुराना हो चुका है।
               मह वपूण  यह है िक आप िकतनी तेज़ी से सीखते ह । यह कला अनमोल है।  यादा तेज फ़ॉमू ले
               ढूँढने म  यह बह त काम आती है। पैसे क े  िलए कड़ी मेहनत करना एक पुराना फ़ॉमू ला है जो

               गुफ़ामानव क े  ज़माने म  पैदा ह आ था।
                     5. खुद को सबसे पहले वेतन द  : खुद पर अनुशासन क  ताकत। अगर आप खुद पर

                         क़ाबू नह  रख पाते, तो अमीर बनने क  कोिशश भी न कर । आपको इसक े  पहले मरीन
                         का स  या िकसी धािम क सं था म  जाना चािहए तािक आपको खुद पर क़ाबू रखना आ
                         जाए। इस बात का कोई मतलब नह  है िक िनवेश कर , पैसा कमाएँ और उसे फ ूँ क द ।
                         खुद पर अनुशासन क  कमी क े  कारण ही करोड़  डॉलर क  लॉटरी जीतने वाले लोग
                         ज द ही दीवािलया हो जाते ह । यह खुद पर अनुशासन क  कमी ही है िजससे तन वाह

                         बढ़ने पर लोग त काल बाजार जाकर नई कार ख़रीद लेते ह  या िवदेशया ा पर िनकल
                         जाते ह ।

                     यह कहना किठन है िक दस क़दम  म  कौन सा सबसे  यादा मह वपूण

                     है। परंतु सभी क़दमो म  से इस कदम क  िवशेषता सबसे किठन है,अगर यह आपम  पहले से
               ही मौजूद न हो। म  तो यह भी कहना चाह ँगा िक खुद पर अनुशासन क  कमी ही वह सबसे बड़ा
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