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अपणशष्ट प्रबधन का प्रभावी कायायानवयन
                                                 ं






                             दीपक क ु माि ससंह,
                             सहा्यक लखापिीक्ा अधिकािी
                                       े
             उतपाि, अपनर्ष्ट और प्रिूरण एक िूसर क पूरक  इसका एकमात्र कारण यह हो सकता है दक हमलोग
                                                े
                                              े
                               े
         ह। उतपाि क उपयोग स अपनर्ष्ट निकलता ह और  सरकार विारा िारी दकए गए सलाहों का सही तरीके
          ै
                    े
                                                 ै
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                                                  ै
         अिपयुक्त अपनर्ष्ट प्रबंिि क कारण प्रिूरण फलता  से पालि िहीं कर रहे हैं।
                        े
          ै
                                         े
         ह।  भौगोनलक  क्त्रफल  की  दृपष्ट  स  भारत  सातवा
                                                  ं
                                                                                      े
                                                            आि  अपनर्ष्ट  को  कम  करि  का  मंत्र  कवल
                                                                                                 े
                                      े
                                                ें
              े
                    े
         सबस बडा िर् और ििसंखया क मामल म िूसरा
                                             े
                                                                                           ं
                                                        अपनर्ष्ट का प्रभावी प्रसंसकरण ही िही ह, बजलक
                                                                                              ै
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                       ै
                                                 े
         सबस बडा िर् ह। िैसा दक अपनर्ष्ट प्रबंिि क नलए
                                                                                      ै
                                                                                           े
                                                                     े
                                                                                                     े
                                                        र्ूनय मूलयों क साथ िो बिा ह उस कम करि
                  े
                             ै
         उपलबि क्त्र सीनमत ह इसनलए हम अपनर्ष्ट प्रबंिि
                                        ें
                                                                   े
                                                         े
                                                                          े
                                                        क  नलए  हम  अपि  संसाििों  का  प्रभावी  ढग  स
                                                                                                ं
                                                                                                     े
         क नलए उपलबि संसाििों का इष्टतम उपयोग करि
          े
                                                      े
                                                        उपयोग करि की िरूरत ह। पजचिम क पवकनसत
                                                                                 ै
                                                                                            े
                                                                    े
         की आवशयकता ह। इस िरती पर मािव, पर्ु और
                         ै
                                                                                                    े
                                                               े
                                                         े
                                                                           े
                                                        िर्ों  ि  अपनर्ष्ट  क  प्रभावी  प्रबंिि  एवं  उिक
         पड-पौिों का सह-अजसततव करोडों वर्ष पूव्ष स ह।
                                                     ै
          े
                                                  े
                                                                                 े
                                                                       ु
                                                                 े
                                                        उपयोग  क  आिनिक  तरीक  पवकनसत  कर  नलए
                       े
         हमार  पूव्षिों  ि  प्रकनत  विारा  उपलबि  कराए  गए
             े
                           ृ
                                                        ह।  िबदक  पवकासर्ील  िर्ों  म  किर  का  प्रबंिि
                                                         ै
                                                                                    ें
                                                                                          े
                                                                               े
                         े
         संसाििों का इसतमाल बडी साविािी स दकया था,
                                            े
                                                        एवं उिक उपयोग करि क संसाििों म अभी भी
                                                                े
                                                                                े
                                                                              े
                                                                                            ें
                                          े
         परनतु  आि  हम  इिक  गलत  तरीक  स  उपयोग
                              े
                                              े
                                                                                           े
                                                        कमी ह। भारत सरकार ि आस-पास क किर और
                                                                               े
                                                              ै
                                                                                                े
          े
         क कारण प्रकनत का कोप दकसी ि दकसी रूप म
                                                      ें
                     ृ
                                                                                                 े
                                                                                                     े
                                                                       े
                                                        प्रिूरण पर रोक हतु सवचछ भारत, िमानम गंग िैस
                े
                   ैं
                                          े
           े
         झल  रह  ह।  आि  इि  संसाििों  क  संरक्ण  की
                                                        कई अनभयाि र्ुरू दकए ह। हालादक िब तक हम
                                                                                ैं
                                                                                    ँ
                                                      े
                              ै
         अतयनत  आवशयकता  ह  और  इिका  िोहि  करि
                                                        सरकारी  परामर््ष  का  पालि  करिा  अपिा  कत्त्षवय
                                         े
                                                      े
                         े
                       े
                                  े
                                     े
         वालों को रोकि क नलए कड स कड नियम बिाि
                                                                                                     ें
                                                                                              े
                                                                                        ं
                                                                    े
                                                                     े
                                                           ं
                                                        िही  बिा  लत  तब  तक  कछ  िही  बिलगा।  हम
                                                                                 ु
         की  िरूरत  ह  कयोंदक  वत्षमाि  म  इस  िरती  पर
                     ै
                                        ें
                                                                     े
                                                                                े
                                                        कत्त्षवय बोि क साथ किर और प्रिूरण को कम
                                               े
                                                      े
                    ृ
         उपलबि प्राकनतक संसािि सीनमत होत िल िा रह
                                           े
                                                            े
                                                               े
                                                        करि  क  नलए  संगठि  विारा  अपिाई  गई  पवनियों
          ै
         ह और यदि इसी तरह इिका िुरूपयोग एवं िोहि
                                                                े
                                                        या पहल स अपिाए गए तरीकों पर ििा्ष करिी
                                                                   े
                                                      ें
         होता रहा तो मािव िानत का अजसततव संकट म
                                                        िादहए।
         पड सकता ह।
                    ै
                                                    ू
             हमार  सरकार  विारा  कई  पया्षवरणीय  कािि
                 े
                              ं
         पाररत दकए गए ह। परतु सरकार की इि िीनतयों
                          ैं
                             े
         का  काया्षनवयि  उिक  लोगों  पर  ही  निभ्षर  ह।
                                                     ै
                        ें
                                                      े
         वत्षमाि समय म महामारी "कोपवर-19" क मामल
                                               े
         पर गौर कर तो सरकार ि इस फलि स रोकि क
                   ें
                                          े
                                       ै
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                                                     े
                                             े
                                े
         नलए कई सलाह िैस- मासक का उपयोग, 6 फीट
                            े
         की सामाजिक िूरी, थोड-थोड अंतराल पर हाथों की
                              े
                                  े
         सफाई आदि ििदहत म िारी दकए ह, लदकि दफर
                              ें
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                                              ें
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                                                 े
         भी रोिािा इसस संक्रनमतों की संखया म तिी स          काया्षलय  सभी  कामकािी  लोगों  का  िूसरा
                                                      े
                                                     ै
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         बढोत्तरी क कारण यह महामारी फलती िा रही ह।      घर  होता  ह  कयोंदक  व  औसति  अपि  आठ  घंट
                                                                                                     े
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