Page 52 - Darshika 2020
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अप्रत्र्क्ष सकारात्मक प्रभाव कोववड-१९ क े
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- सल्वी धचिा मुरली, एस. ई. ए.
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हम सभी इस बात से सहमत ह कक कोववड-१९ एक घातक रोग ह परतु मातृभूभम पर इसका सकारात्मक
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प्रभाव भी दखा गया ह। चभलए हम उन सभी को एक-एक कर दखते हैं।
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१. प्रदूर्ण क स्तर म धगरावट तथा पयाषवरण म हररयाल ।
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२. घरलू चीजों को प्रोत्साहन।
३. वन्य जीवों का कायाकल्प।
४. ईंिन क क्रय मूल्य म कमी।
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५. पररवार म सयुटतता क भाव म वृद्धि।
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६. अपराि दर म कमी।
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७. घरलू कायों क भलए मददगार हाथों क न आने स लोग आत्मतनभषर बने।
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८. घर म बने भोजन का सेवन बढ़ने स लोगों की सहत म सुिार हआ साथ ह जायकदार व स्वाहदष्ट
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भोजन भमला।
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९. दुघषटनाओ की सख्या घटने क साथ मौतों की सख्या म कमी आई।
१०. लोगों का छोट बीमाररयों क भलए अस्पताल जाना बंद हआ।
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११. हमार परपरागत धचककत्सा व उपचार प्रणाल की ओर लोगों का आकर्षण बढ़ा।
१२ हमार पुरानी स्वच्छतोन्मुखी सोच वापस लौट ।
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कोरोना क दुष्पररणामों की तुलना म अच्छाइयां भल ह कम हों लेककन इन सकारात्मक पररणामों को
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बेहतर भववष्य की उम्मीद की ककरण क ऱूप म दखा जा सकता ह। हम सब ईश्वर से प्राथषना करते ह कक
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जल्द से जल्द इस बीमार स तनजात भमल और हम र्ांततपूणष जीवन व्यतीत कर सक।
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