Page 57 - Darshika 2020
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हहन्दी सीखो, र्सखाओ
- आर. र्ंकर, तकनीर्र्र्न
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''काला अक्षर भैंस बराबर” हहन्द की यह प्रचभलत कहावत ह श्जसका आर्य यह ह कक जो अनपढ़ ह
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उसक भलए कोई भी अक्षर समझ क बाहर होगा। हम लोग अंतरराष्र य भार्ा अंग्रेजी सीखते ह अपनाते ह।
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अंग्रेजी म संपक करना गौरव का ववर्य समझते ह। लेककन हमार राष्रभार्ा हहन्द सीखने म खझझकते ह।
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अनेक भार्ाएाँ सीखना अच्छी बात ह। हहंद भार्ा का ज्ञान अतनवायष ह।
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हहंद हमार दर् की ऐसी भार्ा ह श्जस बहत बड़ी सख्या म लोग बोलते ह और समझते ह। हर साल हम
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14 भसतंबर को हहंद हदवस मनाते हैं। इसका कारण यह ह कक भारतीय संवविान द्वारा हहंद को चौदह
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भसतंबर 1950 को संघ की राजभार्ा क ऱूप म मान्यता भमल थी।
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हहन्द टयों सीखनी ह? यहद आपको भारत क ककसी भी कोने म जाकर काम करना ह तो हहन्द का ज्ञान
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आवश्यक ह। टयोंकक चेन्नई छोड़कर हम उत्तर की ओर चल तो हहंद आना जऱूर ह। दक्षक्षण क 5 राज्यों
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क अलावा अन्य सभी राज्यों की भार्ाएाँ हहंद से भमलती-जुलती ह। कद्र क सरकार कामकाज क भलए भी
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हहन्द आवश्यक ह।
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राष्र तनमाषण म भार्ा का महत्वपूणष स्थान ह श्जसक माध्यम से हम एकता एवं सद्भाव का संदर् एक
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स्थान स दूसर स्थान तक पहाँचा सकते ह इसभलए हम भी हहंद सीख और हमार बच्चों को भी हहन्द
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भसखाएं।
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