Page 20 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
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⦁ व या अ व , कौन?
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आप बीमार नह ह, इसका यह मतलब नह , क आप व ह। एक कहावत अगर आप मझस पछत ह क व
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और अ व क पहचान या ह? तो म आपस पछना चा गा, ‘‘ या आज भी आपका एनज लवल उतना ही
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ह जतना पाच साल पहल था? ‘‘अगर आपका जवाब ‘हा’ म ह तो आप इस कताब को आग ना पढ। आपक कसी
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भी तरह क ल जग क ज रत नह ह, आपक शरीर क सभी अग और शरीर का पर का परा ‘व ट रमवल
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स टम’ ब कल सही ढग स काम कर रहा ह। बहरहाल, अगर आपका जवाब ‘ना’ म ह, जसक सभावना यादा ह, ै
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तो मरी सलाह ह क आप इस कताब को पढ़, समझ और जतनी ज द हो सक आजमाएं। खासतौर पर लवर
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ल ज को, जसस क आपको अपन शरीर म जमा टॉ स स स ज द स ज द छटकारा मल और आप एक व
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जीवन जीन क राह पर आग बढ़। ल ज कर या न कर - खद स पछ हम सभी म एक व जीवन जीन क चाह
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होनी चा हए और ‘टोटल ह ’ क लए ल जग थरपी स बहतर कोई रा ता नह । य द न न ल खत शन म स े
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आप कसी एक या अ धक का जवाब ृहा ’ म दत ह तो आपको ल ज करन म ब कल दरी नह करनी चा हय-
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⦁ या आप आल य महसस करत ह?
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⦁ या आपको कसी गभीर सम या क समाधान क लए डटॉ स फकशन क ज रत महसस होती ह?
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⦁ या आप बीमा रय स बचना चाहत ह?
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⦁ या आप अपन शरीर को तरोताजा और अ धक ऊजावान बनाना चाहत ह?
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⦁ या आप वजन घटाना चाहत ह और वचा को ‘टोन-अप’ करना चाहत ह?
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⦁ या आप बढ़ती उ क ल ण को रोकना चाहत ह और अपनी ताकत व ‘फल स ब लट ’ को बरकरार रखना
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चाहत ह?
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⦁ या आप अपनी फ ट लट को बढ़ाना चाहत/चाहती ह?
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⦁ या आप यादा खान या तला-भना, चटपटा आ द खाना खान पर भारीपन महसस करत ह और आपका पट फला
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आ रहता ह?
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⦁ या आप शरीर स औष धय क हा नकारक ‘र स ज’ को नकालना चाहत ह और शी वा य लाभ क अप ा
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रखत ह?
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⦁बीमारी क वजह
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क त न हम बनाया था ह रयाली और ऑ सीजन स भरपर जगल म रहन क लए, क ा खाना खान क लए! य द
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आप नशनल यो ा फक, ह , ड कवरी, ए नमल लनट व इस तरह क सर चनल को दखत ह ग तो आपक े
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यान म यह बात ज र आई होगी क पालत जानवर को छोड़कर अ य कोई भी जानवर पका खाना नह खाता।
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पक-पकाए आहार का सवन शरीर को षत करन क दशा म पहला कदम ह, हाला क इसस बचन का कोई रा ता
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भी नह । अलावा इसक, हमारी आजकल क खान-पान क आदत भी न न ल खत तरीक स हमार शरीर को
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भा वत कर रही ह-
⦁ भोजन का उ चत पाचन और पोषक त व का अवष षण न हो पाना-
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को शका व ट यज क नमाण क लए लगातार एनज व अ य पोषक त व क ज रत पड़ती रहती ह। इसक
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स लाई भोजन क सही पाचन व उसम मौजद पोषक त व क सही ए जॉवशन स ही सभव ह। य द पाचन व डायट
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क गड़बड़ी क चलत को शका क पनः नमाण क लए एक भी ज री त व क स लाई उ चत मा ाप म न हो, तो
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हम कपोषण यानी य शव ड फ सएंसी का शकार हो जात ह। जो स यलर डजनरशन का कारण बनती ह।
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