Page 35 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
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7. कडनी ल ज क लए कतनी मा ा म कॉन स क काढ़ का सेवन करना उ चत होगा ?
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आप जतना चाह उतनी मा ा म इस काढ़ का सेवन कर सकत ह। कछ लोग को एक गलास म ही फायदा नजर आता ह तो
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कछ लोग को छह गलास तक काढ़ का सेवन करना पड़ सकता ह। अ धक मा ा म काढ़ का सेवन कर लेन स कोई नुकसान
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नह होता। कडनी ल ज म काढ़ क मा ा उतना मह व नह रखती जतना क उसका गाढ़ापन। हा, अगर आपको उ मीद क े
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मुता बक लाभ नह आ ह तो आप ल ज क पुरा असर होन को लेकर संदह न कर। काढ़ा बनान क लए, येक बार,
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इ तेमाल कए गए इ े डएंटस क वा लट और वां टट क जांच कर ल। यह सु न त ह क कडनी ल ज स अपको
फायदा होना ही ह।
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8.काढ़ा बनान क लए मुझ पानी को कतन समय तक उबालना चा हए?
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जब पानी का तपमान 1000c पर प ंच जाता ह तो वह उबलन लगता ह। काढ़ा बनान क लए इसी ट रेचर पर 10 मनट
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तक पानी को उबाल।
9. या कडनी ल ज क शु आत खाली पेट भी क जा सकती ह?
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अगर आप ल ज क लए कछ डोजेज खाली पेट लेत ह तो ल ज यादा कारगर होगा इसम दोराय नह । खाली पेट काढ़ का
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सेवन करन पर इसक औषधीय गुण आसानी स लड म मल जात ह और ल ज को यादा भावकारी बनात ह?
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10. खाली पेट या ए ट टमक होना, या ह?
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जब आपक ारा खाया गया भोजन पूरी तरह स पच जाता ह तो उस दशा को खाली पेट या ‘ए ट टमक’ होना कहत ह।
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सुबह उठन पर हमारा पेट ब कल खाली रहता ह, य क हमन जो खाया- पया होता ह वह रात म पूरी तरह स पच गया होता
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ह। य द आप ना त म सफ फल लेत ह और एक गलास ध का सेवन करत ह तो यह महज 45 मनट म पच जाता ह और
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आप पुनः खाली पेट होत ह। इसक वपरीत य द आप मांसाहारी खा पदाथ या फर पनीर आ द का सेवन करत ह तो उसक े
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पचन म कम स कम छह घंट का समय लगता ह और उसक बाद ही आपका पेट खाली हो पाता ह।
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11. या म सोन क ठ क पहल कॉन स क काढ़ा योग म ला सकता ?
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ब कल, इसम कोई नुकसान नह ह। आप इस काढ़ का सेवन कसी भी समय कर सकत ह।
12.. या हम काढ़ म वाद क लए चुटक भर नमक मला सकत ह?
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आप वाद क स काढ़ म न ब का रस या नमक मला सकत ह, ले कन श कर का इ तेमाल न कर।
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13. या हम काढ़ा बनान क बाद बची पास ली क प य का भी सेवन कर सकत ह?
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टाप पास ली क उबली प य को पीसकर, आट म गूंथकर उसक चपाती बनाकर खा सकत ह। ले कन व उबली प या ं
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काफ हद तक पोषण र हत ह गी य क उनक पोषक त व पहल ही पानी म आ चुक होत ह।
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14. या ज म रख कॉन स क काढ़ को गम कया जा सकता ह?
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गम करन स काढ़ क औषधीय गुण पर कोइ बुरा असर नह पड़ता। हा, काढ़ को एक या डढ़ दन स यादा समय तक ज
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म न रख और न ही उसक बाद इ तेमाल म लाएं।
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15. या गभ वती म हलाएं भी कडनी ल ज कर सकती ह?
बतौर नेचुरोपैथी मेरा मानना ह क क शयम ड फ सएंसी क मरीज को क शयम स लीम टस नह लेना चा हए। ऐस मरीज
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क शरीर म क शयम क ए जॉव शन क या म सुधार लाना यादा ज री ह। कडनी ल ज, लवर ल ज, मड थेरेपी
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और ीन वे जटबल जूसेस क सेवन स यह सुधार बखूबी कया जा सकता ह।
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