Page 36 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
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16. मड थेरेपी या ह?
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बीमा रय क इलाज क लए मड थेरेपी को स दय स योग म लाया जाता रहा ह। पृ वी म इलाज क मता ह और ‘मड’
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इसका कारगर मा यम ह। इसक योग स शरीर म तरो-ताजगी आती ह और वचा रोग म लाभ होता ह। साथ ही पेट और
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कडनी क गड़बड़ी, गाउट, आथ राइ टस, अ मा, गायनेक सम या आ द म इसस समु चत राहत मलती ह। मड थेरेपी म
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जमीन स चार फट नीच स ली गयी म को उपयोग म लाया जाता ह। इस पैक (लेप) क तौर पर या नान क ज रए इ तेमाल
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म लात ह। उ लेखनीय ह क मड म कई मह वपूण मनरल पाए जात ह। मड शरीर क भीतर जमा टॉ स स को ए जॉब तो
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करता ही ह, कछ ज री पोषक त व क आपू त कर कई बीमा रय स उसक र ा भी करता ह। मड थेरेपी म आमतौर पर
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पेट पर म का लेप लगाया जाता ह। नतीजतन पाचन तं और अ य अ द नी अंग स टॉ स स नकल जात ह। यह
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थेरेपी शरीर को ठडा रखती ह।
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कडनी कस काम करती ह?
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हमारी कडनी लगातार र म मौजूद ‘वे ट ोड टस’ को छानकर उ ह यू रन क प म अलग करती रहती ह। रोजाना
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लगभग 1800 लटर क मा ा म लड दोन कडनी स होकर गुजरता ह। इस या म आधा स दो लटर यू रन बनकर
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शरीर स बाहर नकलता ह। उ लेखनीय ह क फ टरेशन क या म ने ॉ स ारा कडनी क भीतर ज री पानी व
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मनर स स यु लड को ए जॉव कर लया जाता ह और टॉ स स यू रन क साथ शरीर स बाहर नकल जात ह।
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यू रन ोड न
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कडनी क फ ट र ग इकाई ने ॉन म सू म र -वा हका क गांठ होती ह, ज ह क पलरीज कहा जाता ह। र क उ
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दबाव (हाई ेशर) क चलत वह इन र -वा हका स नकलकर ने ॉन क भीतर प ंच जाता ह। ने ॉन का एक ह सा
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वॉइलनुमा ह स क आस-पास क र वा हकाएं व म मौेजुद फायदमंद पदाथ को रए जॉब कर लेती ह और बाक गाढ़ा
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व यू रन क प म कले टग ड ट म इ ा होत रहता ह।
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