Page 145 - Gyananda YearBook 2022-23
P. 145

143

                                                       मरा अपव अनभव

                                                                                          ु
                                                           े
                                                                           ू



                                                                हमारी  ज़दगी क सफर म हम कई अनभव होत ह ,



                                                                                                 ु

                                                                              े
                                                                                                         े

                                                                ल कन इन म स कछ हमार जीवन का अ भ  अग बन
                                                                              े
                                                                                ु
                                                                                       े
                                                                  े
                                                                                                          ं
                                                                    े
                                                                                                        ु
                                                                                                   ू
                                                                                                          े
                                                                जात ह | करोना महामारी क बाद जब  कल खल ,म

                                                                                        े
                                                                 कल आन क  लए ब त उ सक थी | उसका कारण मरी
                                                                                                               े
                                                                         े
                                                                                          ु
                                                                           े
                                                                  ू
                                                                 ै
                                                                                            ँ
                                                                तराक  क  क ाएँ थी |  कल प चत ही अ या पका न     े
                                                                                       ू
                                                                                                े
                                                                बताया  क एक महीन क बाद तराक    तयो गता होन    े
                                                                                           ै
                                                                                  े
                                                                                     े
                                                                      ै
                                                                                                     े

                                                                                              ू

                                                                वाली ह | चय नत  व ा थय  क  सची म मरा नाम भी था
                                                                                 ू



                                                                | यह जानकार म फली न समाई | हम हमारी  दनचया स    े

                                                                अवगत कराया गया |   त दन  ात: हम 6:30 बज     े
                                                                        े
                                                                                             े
                                                                                                       ु
                                                                 ै
                                                                तराक  क  लए आना होगा | पहल  दनबड़ी म  कलस      े
                                                                                                 े
                                                                मरीआख खली, ल कन धीर –धीर मझइसक  आदतहो
                                                                                             े
                                                                                        े
                                                                                                ु
                                                                                े
                                                                           ु
                                                                 े
                                                                      ँ
                                                                                                  ु
                                                                                                    े
                                                                                                       े
                                                                            े
                                                                                          े
                                                                              ै
                                                                गई| दो वष स तराक न करनक कारणमझ परशानीहो
                                                                                         े
                                                                                           े
                                                                                  े
                                                                                े
                                                                रहीथी | एक महीनक अ यासक बादहम सभीब         े
                                                                तराक म मा हरहो गएथ |
                                                                 ै
                                                                                    े

            हम कमल                                                                         ध त आनद ,क ा -7
                                                                                             ृ
                                                                                                     ं
                   हम कमल      ँ
                  शान   ,मान   ,
                        ँ
                  रा य का
                  प प अ त सदर  ,
                             ुं
                    ु
                                 ँ
                  कमल सा |
                                       धरा स  र
                                             े
                                       पहाड़  का
                                       कल-कल बहती
                                       धारा  का |
                   खलता   रात म ,
                           ँ

                  साल क एक बार म

                        े
                   व  सफ़द सा
                           े
                   हम का वरदान सा,
                  सजीवनी बट  सा
                    ं
                            ू
                  म  हम कमल
                                 ँ

                  उ राखड का |
                         ं
                            याशा रावत ,क ा -5
   140   141   142   143   144   145   146   147   148   149   150