Page 146 - Gyananda YearBook 2022-23
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                                    जानवर ,जानवर और जानवर





                                                                          जानवर,जानवर , जानवर कहा स आए ?
                                                                                                     ँ
                                                                                                       े
                                                                          य जानवर  , कहा को जाए य जानवर ?
                                                                            े
                                                                                                   े
                                                                                         ँ
                                                                          जानवर  स ह य धरती ,
                                                                                    े
                                                                                        े
                                                                                      ै
                                                                          जीवन का ज री अग ह य जानवर |
                                                                                                 े
                                                                                            ं
                                                                                               ै
                                                                          बजबान ह  फर भी  सब समझ
                                                                              ु
                                                                                   ै
                                                                            े
                                                                          जात ह य जानवर |
                                                                                  े
                                                                              े
                                                                                ै
                                                                          जानवर ,जानवर जानवर कहा स आए ?
                                                                                                    ँ
                                                                                                      े
                                                                           य जानवर कहा को जाए य जानवर ?
                                                                                        ँ
                                                                                                  े
                                                                            े
                                           जानवर ह तो  या ?
                                                   ै
                                            दो ती भी  नभात ह जानवर ,
                                                            ै
                                                          े
                                           म  कल समय म ब त काम आत ह  य जानवर

                                                                       े
                                                                            े

                                            ु
                                           इसान ही बन जाता ह आज जानवर  का काल  |
                                            ं
                                                             ै
                                           जानवर ,जानवर ,जानवर कहा को जाएँ य जानवर ?
                                                                     ँ
                                                                               े
                                                                        जानवर  को उनक ही घर  स
                                                                                       े
                                                                                                 े
                                                                        मार-मार कर भगा रहा ह इसान |
                                                                                             ै
                                                                                               ं
                                                                        बचार बजबान जानवर  को हो रहा ब त नकसान |
                                                                                 ु
                                                                             े
                                                                                                             ु
                                                                          े
                                                                               े
                                                                        जानवर ,जानवर ,जानवर कहा स आए ?
                                                                                                   ँ
                                                                                                     े
                                                                        य जानवर ,कहा को जाए जानवर ?
                                                                                      ँ
                                                                          े
                                           मन य तभी बनगा महान ,
                                                        े
                                              ु
                                           जब मन म रहगा जानवर  क  लए  स मान |                  कयाशी क ा -5
                                                       े
                                                                   े

                                                                                                    ं
          मरा  ी मकालीन अवकाश
              े
                 ग मय  क  छ  य  को लकर म काफ  उ सा हत थी , म  छ  य  मनान


                                                                   ु
                            ु

                                                                             े
                                      े
                 मनाली जा रही थी | मनाली प च कर हम अपन होटल म  क और
                                                           े
                                                                      े

                                             ँ
                 रात दर तक बठकर अपनी योजनाएँ बनान लग  | मर होटल स 3
                                                              े
                                                      े
                              ै
                                                               े
                                                                       े
                                                          े
                      े
                  कलोमीटर क   री पर   ह डबा दवी का म दर था ,इस लए हमन पदल
                                                      ं
                                                                         े

                                                                           ै
                                              े
                                           ं

                     े

                                                                        ै
                 जान का काय म बनाया  | म दर म ब त सारी सी ढ़या थी | जस ही
                                                                          े
                                                                 ँ
                             ँ
                              े
                                                े
                 हम ऊपर प च तो हमन दखा  क दवदार क  घनी छाया स म दर  घरा
                                        े
                                      े
                                                                      ं
                                                                   े

                                                                   ं
                                                                          े
                  या था | यह म दर सन 1553 म बनाया गया  था | यह म दर सफ़द
                               ं
                                                ं
                  म   स ढक प र  स बना था | पाडव  क भाई भीम न  ह डबा क     े

                           े
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                                                                 े
                                                     े
                                    े

                 भाई  ह डमबा को य  म हराकर  ह डबा स शाद  क  | नवरा    क   े
                                                       े
                                   ु


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                                                                      े
                 दौरान जब परा दश दवी  गा क  पजा करता ह ,तो मनाली क लोग
                                               ू
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                                    े
                  ह डबा दवी क  पजा करत ह | इस म दर स स र मीटर  र उनक बट      े
                                                  ं
                                                                            े
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                                                                         े
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                 घटो कच का भी म दर ह | घटो कच न महाभारत क य  म पाडव  का
                                                                       ं
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                 साथ  दया था | इस म दर का आकार नीच स आयताकार और ऊपर स         े
                   कोण ह  | यह पौरा णक म दर दशनीय ह |
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                                                       ै
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                                                     तज वी नथानी, क ा -5
                                                              ै
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