Page 14 - Prayas Magazine
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         बड़े एवं सुसिचठत सस्र्ानों क े इतर हमारे देश में चशचक्षत बेरोजिारों की एक बड़ी फौज इस क्षेत्र से जुिी हुई है और
                                                                                                              ं
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         ट्यूशन –कोचिि पढ़ाकर अपना जीवकोपाजषन कर रही है। इनमें से 90% से अचधक लोि “नोवक ष नोपे” क े  चसद्दात

         पे अध्यापन का कायष करते हैं तर्ा माचसक आधार पर उनका पाररश्रचमक चमलता है, लॉकिाउन ने उनक े  व्यवसाय

         पर पूणष तालाबदी कर चदया है।
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         4) मनोरजन और किल्म उद्योग पर रभाव:- 183 अरब रुपये का भारतीय चफल्म उद्योि कोरोना वायरस महामारी
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         जचनत आवश्यक लॉकिाउन क े  कारण अपने सबसे बुरे दौर से िुजर रहा है। हालाचक उद्योि पर लॉकिाउन क े
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         प्रभाव का बड़े पैमाने पर मूल्याकन अभी भी चकया जा रहा है, हम इस बात पर एक नज़र िालते हैं चक चपछले महीने
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                                    ं
         में भारत में उत्पादन और सबचधत क्षेत्रों में चकतना नुकसान हुआ है। बड़ी ररलीज स्र्चित, चफल्म, टीवी और वेब
         श्रृखला की शूचटि रुकी, चसनेमा घरों में स्क्रीन चफल्में करने में असमर्ष, दैचनक वेतनभोिी कमषिारी अपने रोज़ी-
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         रोटी क े  चलए सघषष कर रहे हैं।



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         COVID  -19  क े   प्रभाव  को  तब  महसूस  चकया  िया,  जब  फ े िरेशन  ऑफ  वेस्टनष  इचियन

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         चसनेएम्प्लॉइज(एफिधल्यूआईसीई) और इचियन चफल्म एि टेलीचवजन िायरेक्टसष एसोचसएशन (आईएफटीिीए)
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         सचहत  चफल्म  चनकायों  ने  चफल्मों,  टीवीशो  और  वेब  श्रृखला  की  शूचटि  रोकने  का  फ ै सला  चकया।  बाला  जी
                                                                           ं
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         मोशनचपक्िसष, धमाष प्रोिक्शस और यशराज चफल्म्स जैसे प्रमुख प्रोिक्शन हाउस ने भी तुरत सभी प्रोिक्शन
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         एचक्टचवटी को बद कर चदया। इस क े  बीि, चवचभड़न राज्य सरकारों ने चसनेमा हॉल बद करने का आदेश चदया।
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         प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी की 21 मािष की राष्ट्ट्रीय तालाबदी की घोषणा ने कई पररयोजना ं क े  भाग्य को सील कर
         चदया।



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         (5) पयतटन उद्योग पर दुष्ट्रभाव:- कोरोना महासकट क े  कारण क ु छ उद्योिों क े  तो अचस्तत्व पर भी सकट खड़ा हो

         िया है, पयषटन एक ऐसा ही क्षेत्र है चजसे कोरोना ने ितष में धक े लने का काम चकया है। स्पेन और इटली जैसे राष्ट्ट्र

                                                                                                            ं
         चजनक े  सकल घरेलू उत्पाद(जी. िी. पी.) का क्रमशः 11% और 13% इसी क्षेत्र से आता है, पूरी तरह आचर्षक सकट
         क े  बीि फसे चदखाई देते हैं। भारत, जहाूँ कायषबल का 8.1% इसी क्षेत्र में कायषरत हो और जहाूँ क े  सकल घरेलू उत्पाद
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         का 9.2% पयषटन से आता हो , वहा पयषटन का िूबना वाकई चिताजनक है। बुरी तरह प्रभाचवत हुए राज्यों में
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         जम्मू&कश्मीर, चहमािल प्रदेश, क े रला, राजस्र्ान आचद अग्रणी है। हाल में प्रधानमत्री ने लोिो से अपील की है चक
         2022 तक हमें अपने देश में कम से कम 15 पयषटन-स्र्लों का मुआयना करना िाचहए ताचक इस क्षेत्र से जुड़े लोिों

         की जीचवका िलती रहे।



         (6) कवमानन क्षेत्र पर दुष्ट्रभाव:- भारतीय चवमानन क्षेत्र को कोरोना वायरस क े  प्रकोप ने बुरी तरह प्रभाचवत चकया

         है। कोरोना वायरस प्रकोप ने घरेलू और सार् ही अतराषष्ट्ट्रीय वाहको को सभी उड़ानों को रद्द करने अर्वा अस्र्ायी
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         ऱूप से चनलचबत करने क े  चलए मजबूर चकया र्ा। प्रारभ में सभी वाहक ऑपरेशन को रोकने क े  चलए मजबूर र्े।
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         उड़ानों क े  अस्र्ायी चनलबन से घरेलू वाहकों को राजस्व का भारी नुकसान उठाना पड़ा।

         (7) ऑटो इडथरी पर दुष्ट्रभाव:- चवचभड़न भारतीय ऑटो कपचनयों पर इस महामारी का प्रभाव अलि –अलि होिा
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         और िीन क े  सार् व्यापार की सीमा पर चनभषर करेिा। हालाचक, भारतीय उद्योि क े  चलए इड़वेंट्री का मौजूदा स्तर

                                                                                                       ं
         पयाषि  है।यचद  िीन  में  शटिाउन  जारी  रहता  है,  तो  2020  में  भारतीय  ऑटो  चवचनमाषण  क े   8-10%  सक ु िन  क े

         पररणामस्वऱूप होने की उम्मीद है।






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