Page 18 - Prayas Magazine
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सेवाचनवृचि



                                                अरसे तक की बैंक सेवा
                                                   खूब कमाया नाम
                                                  अब बारी पररवार की

                                                 उन पर देना ध्यान.....

                                                 उन पर देना ध्यान.....



                                                   ं
                                                               ं
                                                 सि हूँसना सि िाना

                                           दाम्पत्य विनों को पुनः दोहराना

                                                स्वस्र् सुखी बने जीवन

                                                    ईश्वर बने सहाई

                                             मुबारक हो बैंक सेवा से चवदाई




                                             मुबारक हो बैंक सेवा से चवदाई
                                       आज बैंक से चवदाई पर नहीं है कोई टेंशन

                                       पहली से शुऱू हो जाएिी इनकी नई पेंशन

                                       जीवन भर की सेवा का चमला है पुरस्कार



                                                ररश्तों में आएिी चमठास

                                              नहीं करेिा कोई चतरस्कार

                                              बढ़ेिा चफर से मान सम्मान

                                                पररवार में होिा ररटेंशन

                                       पहली से शुऱू हो जाएिी इनकी नई पेंशन



                                               फ े चवकोल का जोड़ बनेिी

                                              चफर से चमलेिी नई सेंक्शन

                                       पहली से शुऱू हो जाएिी इनकी नई पेंशन

                                       पहली से शुऱू हो जाएिी इनकी नई पेंशन



                                                     चवभूचत सहदेव

                                                  पजाब नैशनल बैंक
                                                    ं
                                                     ं
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                                          प्रबधक, मिल कायाषलय – जालधर
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                                                                                                प्रयास
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