' चगरधारी का िीवि -लक्ष्य '
अब पवद्यालय - पररयोििा का स्वप्ि
बुि रिा था चगरधारी का र्ि---
"एक िुदर िा भवि,
ं
िरा - भरा क्रीडांगि,
खखलखखलाता ििां
िुद्ध पयावरण,
म
िो र्रा पवद्यालय एक ऐिा उपवि"
े
बि गया यि िीवि लक्ष्य,
ं
आरभ िए प्रयत्ि िभी
ु
े
करि को इि प्रत्यक्ष।
े