Page 19 - karmyogi
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"प्रथर् पवद्यालय की स्थापिा"
बुिि लगी आँखें
े
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िब पवद्यालय क स्वप्ि,
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िुड गए िभी िाधि
तप्त िआ चगरधारी का र्ि,
ृ
ु
आखखर आ िी गई वि िुभ घडी
िब १९४३ र्ें
' ििाति धर्म उच्ि पवद्यालय '
की िींव पडी। यि पवद्यालय था
अद्भुत सिल्पकला का दृपटात,
ं
िॉिम कनिंघर् क िंबोधि र्ें
े
ं
अिायाि िी गूि उिा इिका िम्र्ाि,
राज्यपाल क प्रिंिात्र्क िब्दों र्ें,
े
स्वरबद्ध िआ इिका गुणगाि।
ु
अब चगरधारी की
ित्यनिपिा,कर्मिता और िच्िररिता
का उच्ि िोता गया िोपाि।