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पलाणसटक मुक्त भारत
संगवी्ा बरूआ,
सहा्यक लखापिीक्ा अधिकािी
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प्रिूरण को "प्रिूरण की दक्रया या प्रदक्रया और से बढते र्हरीकरण की आर्ंका है दक भारत में
पवर्र रूप स हानिकारक पिाथशों क निव्षहि विारा पलाजसटक की खपत और पलाजसटक किरे में तेिी
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नमटटी, पािी या वायुमंरल क संिूरण विारा प्रिूपरत से वृपद्ध होिे की संभाविा है।
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होि की जसथनत क रूप म पररभापरत दकया िा मानव सवास्थ्य क सलए तनहह्ा्थ्ष: पलाजसटक स
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सकता ह"। हम तकिीकी रूप स अतयनिक उनित
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निकलि वाल रसायि म यौनगक होत ह, िैस
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होि क कारण ऐसी सामग्री का उतपािि करत ह
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पॉलीब्ोनमिटर दरपनिल ईथर (एटी-एणड्ोिि),
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िो उचि तापमाि प्रनतरोिक, दटकाऊ और उपयोग
पबसफिॉल ए (प्राकनतक मदहला हाममोि एसट्ोिि
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म आसाि होती ह। पलाजसटक बैग, नसंथदटकस,
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की िकल) और फथलटस (एटी-एणड्ोिि क रूप
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पलाजसटक की बोतल, दटि क दरबब और कपयूटर
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म भी िािा िाता ह) आदि िो मािव सवास्थय
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हारवयर - य कछ ऐसी िीि ह िो हमार नलए िीवि
को प्रभापवत करत हुए पवनभनि हाममोि संबंिी
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को आसाि बिाती ह। लदकि हम यह भूल िात ह
और आिवंनर्क पवकार को बढावा ित ह।
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दक य उनित उतपाि सवाभापवक रूप स टूटत िही
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जानविों क सलए तनहह्ा्थ्ष: पलाजसटक क किर
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ह। पलाजसटक की थैनलयों को पुिि्षवीिीकरण करिा
िलीय, समुद्री और सथलीय पाररजसथनतक तंत्र
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मुजशकल और महगा होता ह और िमीि क अंिर
म रहि वाल िािवरों को गहराई स प्रभापवत
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िब कर इस गलि या फोटो रीग्रर होि म लगभग
करत ह। पलाजसटक अंतग्र्षहण (plastic intake)
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300 साल लगत ह।
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िािवरों क पािि तंत्र को भर िता ह जिसक
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भारत िैस िर् म पलाजसटक किर की निंता कारण आंतों की रूकावट या भुखमरी स उिकी
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बढ रही ह। भारत म कद्रीय प्रिूरण नियंत्रण बोर क मृतयु भी हो िाती ह। समुद्री िािवरों को
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अिसार, भारत क 60 प्रमुख र्हर प्रनतदिि संयुक्त पलाजसटक क किर म भी फसाया िाता ह िहा
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रूप स 25,940 टि पलाजसटक किर का उतपािि व नर्काररयों क संपक म आत ह या मौत क
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करत ह। हालादक 60% पुिि्षवीिीकरण दकया िाता घाट उतार दिए िात ह। पलाजसटक म िहरील
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ह, बाकी भूनम पर कड क रूप म रहता ह या रसायि भी होत ह िो िािवरों क महतवपूण्ष
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िीर-िीर हमार िलमाग्ष म अपिा रासता बिाता अंगों या िपवक कायशों को िकसाि पहुंिात ह।
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ह। तिी स बढत र्हरीकरण, खुिरा श्रृखलाओं क
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भूसम प्रदूषण: पलाजसटक खतरिाक रसायिों
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प्रसार, दकराि स लकर खाद्य और सबिी उतपािों,
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स बिता ह, जिसक पररणामसवरूप भूतल की
सौंिय्ष प्रसािि और उपभोक्ता
गुणवत्ता और क्मता म पविार् और नगरावट
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वसतुओं तक पलाजसटक
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आती ह।
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पैकजिंग क कारण भारत
म पलाजसटक किर का वा्यु प्रदूषण: पलाजसटक िलिे से िहरीले रसायि
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पवर्ाल अमबार बि रहा निकलत ह िो हवा म फल कर वातावरण को
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ह। िीरीपी की उचि िूपरत करत ह और िीपवत प्राजणयों क नलए
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पवकास िर और तिी विसि संबंिी पवकार पिा करत ह।
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