Page 15 - Akaksha (8th edition)_Final pdf
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                                                                                                    ै
                                                            स भरी हुई िानलया बाढ का कारण बिती ह।
                                                                             ं
                                                                   ें
                                                                                          े
                                                            2018 म पववि पया्षवरण दिवस क अवसर पर
                                                                                               े
                                                            भारत ि पलाजसटक प्रिूरण को हराि क नलए
                                                                                             े
                                                                   े
                                                            एक  बडी  घोरणा  की  दक  "भारत  2022  तक
                                                            िर् म सभी एकल उपयोग वाल पलाजसटक को
                                                                                        े
                                                                 ें
                                                             े
                                                                      े
                                                                                    े
                                                                                         ै
                                                            खतम  करि  का  संकलप  लता  ह"।  पलाजसटक
                                                                                   े
                                                                                             े
                                                                        े
                                                                           े
                                                                                                  ु
                                                            मुक्त िर् बिि क भारत क संकलप क अिक्रम
                                                                 े
                                                            म  भारतीय  पवमािपत्ति  प्रानिकरण  (AAI)  ि
                                                             ें
                                                                                                     े
                                                                     ें
                                                            ििवरी  म  वर्ष  2019  की  र्ुरूआत  म  एक
                                                                                                ें
                                                                              े
                                                                                   ें
                                                                            े
                                                            घोरणा की दक पूर िर् म 129 हवाईअडरों को
                              ं
                        चित्रकार- अचकत क ु मार दास,
                        भाजाः सुश्री रूपा क ु माररी, क. अ.  एकल उपयोग वाला पलाजसटक-मुक्त हवाईअडरा
                         ं
                                                                                          ें
                                                            बिाया िाएगा। उि हवाईअडरों म प्रनतबंि को
            भूजल प्रदूषण: िब भी पलाजसटक को लैंरदफल म
                                                      ें
                                                                             े
                                                                 े
                                                                               े
                                                            दकति प्रभावी तरीक स लागू दकया गया था, यह
              ं
                                      ें
             रप दकया िाता ह, तो उसम मौिूि खतरिाक
                             ै
                                                                 े
                                                              ँ
                                                            िािि क नलए भारतीय पवमापत्ति प्रानिकरण
                                                                    े
                                                े
                              े
             रसायि बाररर् होि पर भूनमगत रूप स ररसि
                                                      े
                                                                          ं
                                                             े
                                                                                     ं
                                                            ि कवानलटी काउनसल ऑफ इदरया को भी काम
                 े
                                               े
             लगत ह। निक्ालि (लीनिंग) प्रदकया स नमटटी
                   ैं
                                                             ें
                                                            म लगाया था। एएआई अपि अपनर्ष्ट प्रबंिि
                                                                                      े
             म पवद्यमाि रसायनिक एवं िहरील ततव िलीय
              ें
                                           े
                                                            प्रणानलयों को भी बढा रहा ह और प्रगनतर्ील
                                                                                      ै
                                                े
             िटटािी परतों और भूिल सतरों म प्रवर् कर
                                            ें
                                                                            े
                                                                                  ू
                                                            रूप स पया्षवरण क अिुकल दटकाऊ पवकलपों क
                                                                                                    े
                                                                 े
                   ैं
                े
             िात ह, िो अप्रतयक् रूप स भूिल की गुणवत्ता
                                     े
                                                                                    ै
                                                            उपयोग को बढावा ि रहा ह िैस दक दरबब म
                                                                                                  े
                                                                                         े
                                                                                                     ें
                                                                              े
             पर िकारातमक प्रभाव रालत ह।
                                        ैं
                                      े
                                                            िैव-अपघटिीय  (bio-degradable)  किरा  बैग
            खाद्य  शृंखला  में  हस्क्प:  अधययि  स  पता     का उपयोग और हवाई अडरों पर पलाजसटक की
                                   े
                                                 े
             िलता ह दक रसायि िैपवक और प्रििि प्रदक्रया      बोतल क्रनर्ंग मर्ीिों की सथापिा।
                    ै
                              े
                                ैं
             को  प्रभापवत  करत  ह  जिसक  पररणामसवरूप
                                       े
                                                                                  े
                                                                                       े
                                                                   े
                                                            2019 क आम िुिावों स पहल, पया्षवरण, वि
                                                 े
                                          ै
             संतािों की संखया कम हो िाती ह जिसस खाद्य
                                                                                                ें
                                                                                      े
                                                        और िलवायु पररवत्षि मंत्रालय ि ििवरी म सभी
                                              े
              ं
                            ै
                                   ै
             श्रृखला गडबडी फलाती ह। िब छोट िािवरों
                                                                                                    े
                                                                    ें
                                                        राजयों और कद्रर्ानसत प्रिर्ों को पालि करि क
                                                                                                  े
                                                                                े
                                                  ं
                                      े
                ें
             (पलकटि,  मोलसक,  कीड,  मछनलया,और
                                                                                                     ें
                                                                               े
                                                        नलए  एकल  उपयोग  वाल  पलाजसटक  क  संबंि  म
                                                                                           े
             उभयिर)  को  पलाजसटक  स  निगला  िाता  ह,
                                     े
                                                     ै
                                                                      दे
                                                        मािक दिर्ानििर् िारी दकए और कहा दक सरकारी
                            ं
                    ें
             तो उनह खाद्य श्रृखला क भीतर परसपर संबंि
                                  े
                                                        काया्षलयों और काय्षक्रमों म मतिाि की तैयाररयों
                                                                                 ें
                            े
             को बानित करि वाल बड िािवरों को दिया
                                    े
                                 े
                                                                            े
                                                        क नलए सभी प्रकार क पलाजसटक पर पूरी तरह स
                                                                                                     े
                                                         े
             िाता ह।
                   ै
                                                                                                    े
                                                        प्रनतबंि  लगािा  िादहए  और  िुिाव  अनभयाि  क
            आध्थ्षक नुकसान: पय्षटि रािसव क संबंि म  नलए वैकजलपक सामग्री के  उपयोग को प्रोतसादहत
                                                      ें
                                             े
                                                      े
                                    ें
                                                े
                ें
              े
             िख तो तटवतती इलाकों म पलाजसटक क किर  करिा िादहए।
                                         ै
             का  िकारातमक  प्रभाव  पडता  ह।  उिाहरण  क
                                                     े
                                                                                   े
                                                             े
                                                            िर्िल  ग्रीि  दट्बयूिल  ि  4  माि्ष  को  िुिाव
             नलए,  अंरमाि  और  निकोबार  विीप  समूह  पर
                                                        आयोग को नििर् दिया दक िुिाव प्रिार म गैर-
                                                                      दे
                                                                                                ें
             पलाजसटक स होि वाल खतर जयािा ह। विीप
                                       े
                                                ैं
                                 े
                        े
                            े
                                                                 े
                                                                े
                                                        बायोदरग्ररबल  (non  bio-degradable)  सामनग्रयों,
                                              ं
                                                      े
             पर पलाजसटक किर की अंतरराष्ट्ीय रपपंग होि
                              े
                                                            े
                                                                     े
                                                                                       े
                                                        पवर्र  रूप  स  एकल  उपयोग  वाल  पलाजसटक  पर
              े
             क कारण इसकी खूबसूरती पबगडती िा रही ह।
                                                     ै
                                                        प्रनतबंि लगाि का निण्षय नलया िाए। पररणामसवरूप,
                                                                    े
            खिाब  जल  तनकासवी:  पलाजसटक  की  थैनलयों,  इस समय, िेर् में िुिाव एक सवचछ और हरे रंग
             जझजललयों  और  अनय  पलाजसटक  की  वसतुओं  के  रूप में निदनित दकया गया था। पीवीसी फलेकस
                                                                                                 15
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