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महामारी क े दौरान प्रवासी मजदयूरों की त्रासदी
िबवीउल हक,
सहा्यक लखापिीक्ा अधिकािी
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भारत क ििगणिा आयोग क अिसार भारत है, अतीः 24 माि्ष 2020 को भारत के प्रिािमंत्री
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लगभग 4 करोड अंतर-राजय प्रवासी मििूरों का घर िे राष्ट् के िाम संबोिि में उसी दिि मधय-रापत्र
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ह, िो अपि िनिक िीवि क प्रबंिि म िो वक्त से 21 दििों के राष्ट्वयापी लॉकराउि (तालाबंिी) का
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की रोटी कमाि क नलए अपि गावों स िूर र्हरों म ऐलाि दकया। आवशयक सेवाओं के नलए अिमनत
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कडी महित करत ह। गावों को छोडकर व हिारों को छोडकर हवाई सेवाओं (घरेलू और अंतरराष्ट्ीय),
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दकलोमीटर िूर महािगरों म इस आस स िात ह सभी प्रकार की रेल सेवाओं एवं बसों सदहत सभी
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दक वहा क बड-बड कारखािों, कपनियों, िुकािों, पररवहि सेवाओं पर रोक लगा िी गई। मािव िीवि
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एवं घरों आदि म कही ि कही उनह िौकरी नमल मािों ठहर सा गया। इस िौराि सरकार को एहसास
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िाएगी और व खती-बारी स अनिक कमा पाएग। हुआ दक संक्रमण के बढते खतरे को रोकिे के नलए
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अपिा खि्ष और पररवार को पैस भिि क बाि 21 दििों का लॉकराउि पया्षप्त िहीं है, इसनलए और
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भी वो थोडा-बहुत बित कर अपिी भावी पीढी क 2 सप्ताह के नलए 2.0 लॉकराउि की घोरणा की
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सुखी िीवि का सपिा िख पाएग। लदकि र्ायि गई। इसके बाि 31 मई 2020 तक लॉकराउि को
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ही दकसी ि य सोिा था दक उिकी य आस ही 2 िरणों में और बढाया गया। इससे सबसे जयािा
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उिक और उिक पररििों क िीवि की त्रासिी बि प्रवासी मििूर त्रसत हुए। उनहें इस वैजविक महामारी
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िाएगी। क फलसवरूप हुए लॉकराउि क कारण िौकररयों स
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निकाल दिया गया, दकसी भी तरह की मििूरी िही
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‘कोपवर-19’ िामक वायरस ि सबस पहल िीि
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िी गई और भगवाि भरोस छोड दिया गया। पैस
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क वुहाि र्हर म िसतक िी। िीि म इस वायरस स
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क अभाव म मकाि मानलकों विारा निकाल िाि पर
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हिारों लोग संक्रनमत हुए और लगभग तीि हिार
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व सडकों पर भूखों मरि क नलए मिबूर हो गए।
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लोग मार गए। भारत म इस वाइरस स संक्रमण
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इस िौराि कछ परोपकारी लोग एवं गैर-सरकारी
का पहला मामला 30 ििवरी, 2020 को करल म
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संसथा सामुिानयक रसोई क माधयम स उिकी भूख
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िि्ष दकया गया। इसक बाि 20 फरवरी, 2020 क
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नमटाि एवं उिकी मिि क नलए सामि आए।
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िौराि कोई बडा मामला सामि िही आया। हालादक,
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लॉकराउि का िूसरा िरण पूण्ष होत-होत, गरीबी
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माि्ष क िूसर सप्ताह स संक्रमण क मामलों म वृपद्ध
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और भूखमरी की मार स बिि क
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र्ुरू हो गई थी। इस बीि पववि सवास्थय संगठि
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नलए व वैजविक संक्रमण क
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ि 11 माि्ष, 2020 को इस वैजविक महामारी घोपरत
खतर को िरदकिार कर
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कर दिया।
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अपि छोट छोट बचिों
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भारत म र्ुरूआत म इस महामारी को गंभीरता
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और सामािों क साथ
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स िही नलया गया और कोपवर -19 स संक्रनमत
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अपि गावों की ओर
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िर्ों स आि वाल भारतीयों और पविर्ी यापत्रयों
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हिारों दकलोमीटर की
को पबिा दकसी सक्रीनिंग या परीक्ण क भारत म
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पैिल या साईदकल यात्रा पर
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प्रवर् दिया गया। हालादक, भारत सरकार ि बाि म
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निकल पड।
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महसूस दकया दक जसथनत बि स बितर हो सकती
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