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सबक






                            उजजल बोस,
                                     े
                            वरिष्ठ लखापिीक्ा अधिकािी
                                              े
             रपववार  को  मुखिती  बाबू  थोडा  िर  स  पबसतर  सबिी पलाजसटक के  बैग में िेते हुए पकडा गया तो
                                          े
              े
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                 ैं
                                                 े
         छोडत  ह।  िाय-िाशत  क  बाि  उिका  सबस  बडा  पिास रूपए का िुमा्षिा भरिा पडेगा। आप जिि
         काम होता ह- बाजार िािा। रपववार को खरीििारी  कर रहे हैं तो मैं िे रहा हूँ। कोनर्र् कीजिए अगली
                    ै
             े
         करि का मजा कछ और ही होता ह। ताजी सबिी,  बार थैला ले कर आइएगा।
                        ु
                                         ै
         मटि-मछली खरीिि क साथ-साथ बाजार म िोसतों            दफर सबिी लकर मुखिती बाब मटि की िुकाि
                           े
                                                ें
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                                                                                      ू
                                                                        े
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                                  ै
         स मुलाकात भी हो िाती ह। बाजार क बाि िाय        पर रहमाि स नमलत ह। यहा भी वही बात थी,
                                                                            े
                                                                     े
                                                                              ैं
                                                                                    ँ
         की िुकाि पर आिा घंटा गप-र्प मारिा उनह बहुत     मगर मुखिती बाब ि यहा भी िबरिसती पलाजसटक
                                                 ें
                                                                               ँ
                                                                          े
                                                                        ू
                       ै
         अचछा लगता ह।                                   की पनिी ली। मछली वाल सिाति स आि भटकी
                                                                                                 ें
                                                                                          े
                                                                               े
                               े
             आि बाजार म पहल नमला सबिीवाला भोला।  और दहलसा मछली ली। यहाँ पर सिाति िे खुि
                          ें
                                         ु
                                   े
                           े
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                   ू
         मुखिती बाब ि अपि हाथों स िुि-िि कर टमाटर,  से ही मछली काट कर पलाजसटक के  बैग में भर
                          े
                                    े
                                            े
         नभरी, परवल खरीि। भोला ि पैस लत हुए कहा-  के   िे  िी।  िोिों  हाथों  में  सामाि  भरकर  मुखिती
                                        े
           ं
                                           े
                                                                                                     े
         मुखिती िा थैला निकानलए, सबिी रालिी ह।          बाबू बाजार स िाय की िुकाि पर सब िोसतों स
                                                                     े
                                               ै
                                                            े
                                                                             े
                                                                 ँ
                                                        नमल, वहा पर दफर स बात िली पलाजसटक की।
             -अर  भोला  तुम  कया  मुझ  आि  पहली  बार
                े
                                     े
                                                        थैला लकर बाजार िािा सबको िापसंि था। अब
                                                               े
          े
         िख रह हो? मैं कभी थैला लकर आता हूँ कया?
                े
                                     े
                                                                                    े
                                                                      ें
                                                                   े
                                                                                        े
                                                        पुराि जमाि म पपता िी बड स थैल म सबिी और
                                                             े
                                                                                           ें
                                                                                 े
         पलाजसटक की पनिी म राल िो।
                             ें
                                                            े
                                                                                           े
                                                                                        े
                                                        छोट थैल म मछली और मटि लात थ। मटि को
                                                                े
                                                                   ें
                                     ं
             -मुखिती िा आपको पता िही कया, िगरपानलका
                                                                                  े
                                                                                      ँ
                                                                               े
                                                                े
                                                        र्ाल-पत्त म मोडकर लात थ, मा सारी सबिी को
                                                                   ें
                                 े
           े
                                   ैं
         स बार-बार बोल कर िा रह ह, पलाजसटक बंि, आप
                                                        िो  कर  अलग-अलग  करक  सबिी  की  टोकरी  म
                                                                                                     ें
                                                                                े
                      थैला कयों िही लात?
                                   ं
                                       े
                                                        रख िती थी। अब वो पुरािा जमािा िा िुका था
                                                             े
                                  े
                          -थैला  लकर  बाजार  आिा  एक  और पुरािा तौर-तरीके  भी। आि का युग पलाजसटक
                                      ें
                               ै
                       मुसीबत ह, उसम सब सबिी नमकस  का युग है। पलाजसटक िे जजिगी को आसाि बिा
                                          ें
                                                 े
                                  ै
                       हो  िाती  ह,  घर  म  िा  क  सब  दिया और अगर पलाजसटक  को बंि करिा है,  तो
                                                े
                                                    े
                        अलग-अलग करिा, दफर स पैकट  िहाँ से पलाजसटक पनिी तैयार होती है, वहाँ िा
                                     ें
                             े
                         करक दफि म रखिा, दफर थैला  के  छापा मारो, रोक लागाओ, सारे जिममेिारी कया
                                                     ै
                                              ं
                          िोिा  सुखािा,  बडा  हगामा  ह।  ििता की है? सरकार अपिी जिममेिारी ढकिे के
                                            े
                          तुम अगर अलग स पलाजसटक  नलए  ििता  को  कत्षवय  नसखा  रही  है,  बाजार  में
                                         ं
                                             े
                                           े
                            े
                                     ें
                           क पनिी म िही ित हो तो मैं,  िब  तक  पलाजसटक  उपलबि  रहेगा  तब  तक  हम
                            िूसरी िुकाि पर िलता हूँ।    लोग भी इसतमाल करत रहग। सरकारी आिर् क
                                                                                   े
                                                                                                े
                                                                                 ें
                                                                     े
                                                                                                    े
                                                                              े
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                                                                     े
                                                                                                ू
                                -मर पास तो पलाजसटक      पवरोि  म  ऐस  ििा्ष  करत  हुए  मुखिती  बाब  और
                                   े
                                    े
                                                            े
                                                      ै
                                        ै
                             की  पनिी  ह,  मगर  सुिा  ह   उिक  बुपद्धिीवी  िोसत  िो-िो  कप  िाय  पी  गए।
                                                                           े
                                                                     े
                                                े
                               दक  िगरपानलका  क  लोग    एक आिमी ि बोलि की कोनर्र् की दक िब तक
                                                              ै
                                                          ँ
                                                                                    े
                                         ैं
                                       े
                                घूम  रह  ह  और  आपको    माग ह तब तक आपूनत्ष भी रहगी। हम लोग यदि
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