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10                                                                        CONCEPTUAL PHYSICS—XII

                      ं
              6.  णकसी णपर को आवेणित णकया िा सकता है–              D.  तनमनतलति् प्रशनों के उत्तर 3–5 वताकयों में दीतजए।
                 (i)  केवल घर्षि �ािा   (ii)   केवल चालन �ािा                                         (प्रतयेक 3 अंक)
                 (iii)  केवल प्रेिि �ािा   (iv)   उपयु्षति सिी णवणधयों �ािा   19.  नवीनतम िोधों से पता चलता है णक प्रोटरॉन एवं नयूट्रॉन में प्रतयेक के तीन
                                                                     घटक कि होते हैं णिनहें कताक (Quark) कहते हैं। यणि इन घटक किों
                                                                                        ्क
              B.  तनमनतलति् प्रशनों के उत्तर एक शबद यता एक वताकय में दीतजए।  में एक को u तथा िूसिे को d से प्रिणि्षत किें तथा u एवं d पि आवेि
                                                 (प्रतयेक 1 अंक)           2      1
                                                                     क्रमि:   e  एवं  − e  हों तो प्रोटरॉन एवं नयूट्रॉन का संिाणवत संघटन
                    ू
              7.  अलपििी पि िखे िाे आवेि q  एवं q  समीकिि q  + q  = 0 को   3      3
                                   1    2        1   2
                संतुष्ट किते हैं। हम इन आवेिों के णवरय में कया कह सकते हैं?  ज्ात कीणिए।                 [NCERT]
              8.   णकसी वसतु के आवेणित होने पि उसका द्रवयमान णकस प्रकाि घटता या    20.  एबोनाइट की छर को णबल्ी की खाल से िगडने पि इस पि 10 mc
                बढता है?                                             आवेि आ िाता है।
              9.   मुति इलेकट्रॉनों की संखया णकस में अणधक होती है: लोहे में या काँच में   (i)  यह आवेि धनातमक है या ऋिातमक?
             10.  आवेि के SI मात्रक का नाम णलणखए।                     (ii)  कया णबल्ी की खाल पि िी कोई आवेि आएगा? णकतना? णकस
             11.  णकसी णपर पि 0.8 × 10 –19 C आवेि होना संिव है या नहीं? अपने   प्रकाि का?
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                                                                                                             ं
                                                                                                     ं
                उत्ति के समथ्षन में तक्क िीणिए।                      (iii)  इस प्रक्रम में इलेकट्रॉनों का हसतांतिि णकस णपर से णकस णपर पि
             12.   हमािा ििीि णवद्युत का सुचालक है या कुचालक             होता है?                        [NCERT]
                                                                  21.  िो सव्षसम धातु के गोलों A एवं B में A को 10 mc धन आवेि णिया गया
              C.  तनमनतलति् प्रशनों के उत्तर 2–3 वताकयों में दीतजए।   है िबणक B को 20 uc ऋि आवेि णिया गया है। आवेिन पचिात इनके
                                                 (प्रतयेक 2 अंक)     द्रवयमानों का अनति पारिकणलत कीणिए। एक इलेकट्रॉन का द्रवयमान 9.0
             13.  लोहे की छड को हाथ में पकड कि आवेणित कयों नहीं णकया िा सकता?  × 10 –31  kg ले लीणिए।
             14.  आवेिन प्रक्रम में इलेकट्रॉन ही कयों सथानांतरित होते हैं, प्रोटोन कयों नहीं?
                                                                   E.  तनमनतलति् प्रशनों के उत्तर 10–15 वताकयों में दीतजए।
             15.  युगम उतपतादन (Pair production) प्रक्रम में एक उच्च ऊिा्ष फोटोन एक                 (प्रतयेक ??? अंक)
                िािी नाणिक �ािा प्रकीणि्षत (Scatter) हो कि एक इलेकट्रॉन औि एक
                परॉिीट्रॉन (धनावेणित इलेकट्रॉन) उतपन्न किता है। ििा्षईए णक इस प्रक्रम में    22.   एक प्रयोग �ािा सपष्ट कीणिए णक आवेि िो प्रकाि के होते हैं औि समान
                आवेि संिक्षि होता है।                                आवेि एक िूसिे को प्रणतकणर्षत किते हैं िबणक असमान आवेि एक िूसिे
                                                                     को आकणर्षत किते हैं।
             16.  “कोई वसतु आवेणित है या नहीं इसका वासतणवक णनधा्षिि प्रणतकर्षि �ािा
                ही हो सकता है।” इस कथन की वयाखया कीणिए।           23.  एक आिेख बना कि सवि्षपत्र णवद्युद्दिशी की संिचना औि काय्षणवणध का
                                                                     वि्षन कीणिए।
             17.  उिाहिि �ािा समझाईए णक एक ही वसतु को अलग-अलग पिाथथों से
                िगड कि उसको णवपिीतत: आवेणित णकया िा सकता है।      24.  आिेखों की सहायता से समझाईए णक िो धातु के गोलों को प्रेिि �ािा एक
             18.  सिशी के णिनों में णसंथेणटक वसत्र उतािते समय प्राय: चट-चट की धवणन   साथ णवपिीतत: आवेणित कैसे णकया िा सकता है।
                सुनाइ िेती है औि यणि अंधेिे में वसत्र उतािें तो णचंगारियाँ सी उडती हुई िी
                णिखाई िेती हैं। इस परिघटना की वयाखया कीणिए।
              1.1.11 हल एवं उत्तर  (????)


                                                          सव मू० प्र०

                1.  गेंद A पि = – 7q;    गेंद B पि = + q;      गेंद C पि = + 5q
                2.   A कुचालक औि B चालक छड है। सीधे हाथ से पकड कि ििम से िगडने पि B पि उतपन्न आवेि हमािे ििीि में होता हुआ पृथवी में चला िाता है। इस
                                                         े
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                   छर को िब ििम के कपड से पकड कि आवेणित णकया िाता है तो उतपन्न आवेि छर पि बना िहता है कयोंणक ििम वैद्युत कुचालक होने के कािि इस
                            े
                                                                                        े
                   आवेि को हमािे हाथ में पहुुँचने से िोक िेता है।
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                3.   i) ऊन  के  कपड  से  इलेकट्रॉन  मुति  होकि  पलाक्सटक  की  छड  पि  हसतांतरित  हो  िाते  हैं,  इसणलए,  पलाक्सटक  की  छड  ऋिावेणित  हो  िाती  है।
                   (ii) ऊन के कपड में ऋिावेणित इलेकट्रॉनों की संखया इसमें णवद्मान धन आवेिों से कम िह िाती है, परििाम सवरूप, यह धनआवेणित हो िाता है। (iii)
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                   इलेकट्रॉन द्रवय कि हैं, बहुत कम ही सही णकनतु इनमें द्रवयमान होता है। अत: पलाक्सटक की छड पि अणतरिति इलेकट्रॉन आने से इसके द्रवयमान में वयावहारिक
                   रूप से नगणय वृ � होती है िबणक ऊन के कपड का द्रवयमान उतना ही कम हो िाता है।
                             ण
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                4.  (a)   गोले B को गोले A के पास लाने पि प्रेिि �ािा इसके A की ओि वाले णसिे पि ऋि आवि औि िि वाले णसिे पि धन आवि आ
                                                        े
                        िाता है। A के धन आवि औि B के ऋि आवि के बीच ििी कम होने से इनके बीच आकर्षि बल लगता है औि गोला A गोला
                                                                 ू
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                        B की  ओि  आकणर्षत  होता  है।  इसे  छूने  पि  A से  कुछ  धन  आवि  लगता  है  णिसके  कािि  गोला  A, गोले  B से  िि  हट  िाता  है।
                                                                   े
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