Page 41 - lokhastakshar
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               गली  म  खून  क7  नद"  बहन  लगेगी।  बस  !  एक     मेर  हाथ-  पर  हमेशा  साबुन  क7  झाग  रह,  इसक
                                                                                                     Q
                                                                               ु
               ताकतवर  झटका,  एक  गहरा  ज म  सारा  काम          अित8र^ और कछ नह"ं। आप जUलाद ह और मQ
               तमाम  कर  दगा।  कोई  Gयादा  तकलीफ  भी  नह"ं      एक मामूली नाई। इस कायनात म हर आदमी क
                                                                                               5
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                                                                                                   ै
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               होगी। उस कोई कy भी नह"ं होगा। पर मQ लाश          िलए  कोई  न  कोई  भूिमका  िन9zत  ह।  यह"  सच
                                                                 ै
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                           ं
               का  ,या  क_गा?  मQ  उस  कहां  छपाऊगा  ?  मुझ     ह... हां। एक ?विशy भूिमका क7 शाZत सSचाई।
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                                े
                                          ु
               यहां स भागना पड़गा, सब कछ छोड़कर दूर-बहुत
                                                                       उसक7  दाढ़"  साफ  हो  चुक7  थी।  वह  उठा
               दूर।  बहुत-बहुत  दूर  मुझ  कह"ं  पनाह  लेनी  होगी।
                                      े
                                                                और  शीशे  म  अपना  चहरा  दखन  लगा।  उसन
                                                                                             े
                                                                                                े
                                                                                                             े
                                                                                       े
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                                               ै
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               पर आ9खर व मुझ ढूढ ह" ल5गे। “कqटन टोरस का
                                                                         े
                                                                       े
                                                                                           े
                                                                                    े
                                                                     े
                                                                अपन चहर पर हाथ फरा। उस अवƒय ताजगी का
                            े
                                       े
               हFयारा,  उसन  शेव  करत  उसका  गला  काटा....
                                                                खुशनुमा एहसास हुआ होगा।
               कायर कह"ं का।”
                                                                       “ध2यवाद।” उसन कहा।
                                                                                      े
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                       और  दूसर"  ओर  मेर  साथी  कहग,  “हम
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                                         े
               सबक7 ओर स *ितशोध लेन वाला हमारा जांबाज                  उसन  खूंट"  स  अपना  ?प
तौल,  पेट"  और
                                                                                    े
                                                                            े
               साथी। एक महान योOा। (यहां पर वह मेरा नाम         टोपी  उठाई।  मेरा  रग  पीला  पड़  चुका  था।  मेर"
                                                                                  ं
               उदत करग) वह इस नगर का नाई था। #कसी को            कमीज  पसीन  स  तर  थी।  टोरस  न  पेट"  बांधी,
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                                                                                े
               इस  बात  आभास  तक  नह"ं  था  #क  वह  हमार        ?प
तौल लटकाया और िसर पर टोपी पहनी। उसन
                                                            े
                                                                                                             े
                                        े
               आदशo पर इस कL पहरा द रहा था।”                    अपन  बाल-  को  हाथ-  स  सहलाया।  उसन  अपनी
                                                                                       े
                                                                     े
                                                                                                      े
                                                                         ु
                                                                      े
                                                                                  े
                                                                                                    े
                                                                                          े
                                                                                                            े
                                                                  े
                                                                जब  स  कछ  िस,क  िनकाल  और  मेर  काम  क
                                                         ै
                       पर  इन  सब  बात-  का  ,या  अथ   ह  ?
                                                                            े
                                                                                                             े
                                                                                                े
                                                                       5
                                                                एवज म मुझ पकड़ाए। वह दरवाज क7 ओर जान
               हFयारा या नायक ? मेर" िनयित इस उ
तर क7
                                                         े
                                                                                   े
                                                                लगा।  बाहर  िनकलत  व^  वह  पल  भर  क  िलए
                                                                                                       े
                                            े
                                  ै
               नोक पर #टक7 हुई ह। मQ अपन हाथ को थोड़ा सा
                                                                eका और मेर" तरफ दखकर बोला,
                                                                                    े
                       े
                                    े
               झटका द दूं या उ
तर को थोड़ा सा और दबा दूं
                                                            5
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               तो... Fवचा रƒम क7 तरह फट जाएगी। दुिनया म                “उ2ह-न मुझ बोला था #क तुम मुझ मार
                                                                                                        े
                                                                              े
                                                                                  े
                               े
               मानवीय Fवचा स अिधक कोमल और कोई चीज               दोगे।  मQ  यह"  दखन  आया  था।  मेर"  बात  याद
                                                                                े
                                                                                   े
               नह"ं। Fवचा क पास खून तो हर व^ हा9जर रहता         रखना, मारना आसान नह"ं होता।”
                            े
                 ै
               ह। नƒतर क7 तीखी धार का वार कभी खाली नह"ं                और वह गली क पार चला गया।
                                                                                     े
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               जाता। यह" मेरा सबस ब#ढ़या हिथयार ह। पर मQ
                                                                                 अनुवादक – जंग बहादुर गोयल
               हFयारा नह"ं बनना चाहता, नह"ं Xीमान जी, कभी
                                                                        मकान नं. 1595, से,टर 33 बी, चंड"गढ़,
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                                                            े
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               नह"ं।  आप  मेर  पास  शेव  करवान  आए  और  मQन
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               स6मानजनक ढग स अपन काम को अंजाम #दया।
               मई – जुलाई                             41                                                                   लोक ह
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